मधुमेह रोगी के लिए सर्वोत्तम फल

मधुमेह मारिजो के लिए सर्वोत्तम फल की सुची

Written by

Team Diabesmart

Medically Reviewed
Vibhuti Jain

Nutrition Consultant | R&D Head

फल और मधुमेह: एक परिचय

एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए फलों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, और यह मधुमेह में भी उत्तम प्रभाव डाल सकते हैं। मधुमेह के रोगियों के लिए फलों के कई लाभ होते हैं।

फलों में प्राकृतिक चीनी की मात्रा होती है, जिसके कारण इनका सेवन करने से रक्त चीनी स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे मधुमेह के दबने की समस्या से बचाव होता है।

कुछ फल अमूमन जो ध्यान रखने योग्य हैं: जैसे की जामुन, अवोकाडो, नींबू, सेब, तरबूज, अनार आदि। ये फल रक्त शर्करा स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं।

हालांकि, कुछ फलों की मात्रा पर संज्ञान रखना आवश्यक होता है क्योंकि कुछ फल ज्यादा मिठा होते हैं जो शर्करा स्तर को उच्च कर सकते हैं।

सो, यह आवश्यक है कि मधुमेह के रोगियों को सब्जियों के साथ फलों का सेवन करें और फलों की मात्रा को समझें ताकि उन्हें स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स

ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) एक माप है जो खाद्य पदार्थों में मौजूद कार्बोहाइड्रेट के खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर को कितनी तेजी से बढ़ाता है। इसे 0 से 100 के बीच का एक स्केल माना जाता है, जहां 0 रक्त शर्करा को कोई प्रभाव नहीं डालता है और 100 उसे सबसे अधिक प्रभावित करता है। इसका मतलब है कि जिन खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, उनसे रक्त शर्करा का स्तर भी तेजी से बढ़ता है, जबकि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों से रक्त शर्करा का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है।

डायबिटीज में ग्लाइसेमिक इंडेक्स को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से रक्त शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ता है, जो डायबिटीज के लिए अधिक हानिकारक हो सकता है। इसलिए, डायबिटीज के रोगियों को अपने खाने के साथ समझदारी से ग्लाइसेमिक इंडेक्स को ध्यान में रखना चाहिए।

अधिकतर हल्के फल, सब्जियाँ, पूरी अनाज, और दालों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए, डायबिटीज के रोगियों को इन आहारों का अधिक सेवन करना चाहिए।

उम्रके साथ साथ, डायबिटीज के रोगियों को साथ में अन्य सावधानियाँ भी ध्यान में रखनी चाहिए, जैसे कि व्यायाम करना, डाइट और दवाओं का सही रूप से पालन करना, और नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह लेना।

इस प्रकार, ग्लाइसेमिक इंडेक्स को समझकर और उसका पालन करके, डायबिटीज के रोगियों के स्वास्थ्य का संरक्षण किया जा सकता है।

किस फल को कितनी मात्रा में खाना चाहिए

आमतौर पर, मधुमेह में अकेले फल या उनकी छिलके समेत ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए। फल का शुगर कंटेंट जिन पलंगिओं में सबसे अधिक होता है, उन्हें कम मात्रा में खाना चाहिए। पेरों में फल के चूकंदर औऱपीनेपल नीचे दिए गए कारणों से मान्य हैं-

  1. फलों में प्राकृतिक शुगर होता है, जिसके कारण इंसुलिन संतुलन प्रभावित हो सकता है।

  2. कुछ फल अधिक पोटेशियम होते हैं, जो शरीर के क्षमता से बाहर निकल सकते हैं।

  3. फल में फाइबर होती है, जो शुगर की स्त्रावणता को धीमा कर सकती है।

शुगर कंट्रोल के लिए, मधुमेह रोगियों को ज्यादातर फलों की छोटी मात्रा में खाना अच्छा रहेगा। जैसे की अनार, जामुन, सीताफल, गुड़ में कम शुगर होता है और कम मात्रा में विशाल फलों के मुकाबले ये अधिक उपयोगी हो सकते हैं।

यहाँ एक आम फलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) चार्ट है जो भारत में आमतौर पर मिलने वाले हैं। ग्लाइसेमिक इंडेक्स की सूची में कुछ फलों के GI की अंदरूनी संख्या दी गई है।

फल

ग्लाइसेमिक इंडेक्स

सेब

38

नाशपाती

38

संतरा

40

अंगूर

46

तरबूज

72

खरबूजा

72

अनार

68

कीवी

58

अनन्नास

59

केला

51

नींबू

20

अमरूद

78

ग्रेपफ्रूट

25

अंगूर (हरा)

35

जामुन

53

सीताफल

35

बेर

20

बेर (काला)

54

अदरक

0

नारियल

45

आम

35

यह चार्ट सिर्फ उदाहरण है, और इसमें अन्य फलों के GI नहीं शामिल किए गए हैं। इसे डायबिटीज के प्रबंधन के लिए सलाहकार से परामर्श करना होगा। व्यक्तिगत स्तर पर भोजन के प्रबंधन के लिए, व्यक्तिगत सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कौन-कौन से फल नहीं खाने चाहिए

  • अगर आप मधुमेह हैं तो कुछ विशेष फलों का सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकता है।

  • खरबूजा मधुमेह रोगियों के लिए अनुचित हो सकता है क्योंकि इसमें ज्यादा मात्रा में शर्करा होती है।

  • अगर आप मधुमेह हैं तो अमरूद का सेवन भी न करें क्योंकि इसमें ज्यादा शर्करा होती है जो शुगर को नियंत्रित नहीं रख सकती।

  • मधुमेह रोगियों को सेब भी सावधानीपूर्वक खाना चाहिए क्योंकि इसमें उचित मात्रा में शर्करा हो सकती है।

  • केला भी मधुमेह रोगियों के लिए अनुचित है क्योंकि इसमें ज्यादा मात्रा में फ्रूक्टोज होता है।

  • इसलिए, मधुमेह मरीजों को खरबूजा, अमरूद, सेब और केला जैसे फलों का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

समझा न, फलों के खास बारे में? उन्हें सही मात्रा में खाने से हमें शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। किसी भी नए आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

संधारित समाप्ति

फलों के सेवन का सही तरीका और मात्रा मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मधुमेह में बहुत सावधानी से फलों का चयन करना चाहिए ताकि रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित रहे। फल शुगर के माध्यम से पोषण प्रदान करते हैं जो की हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है।

हमें खाने का सही तरीका और मात्रा पालने से फलों का सेवन ज्यादा हानिकारक नहीं होता। अमले, संतरा, अंगूर, नाशपाती, अनार, पपीता, अखरोट आदि मधुमेह के रोगियों के लिए उपयुक्त फल होते हैं।फलों को अधिक मात्रा में खाना नुकसानकारक हो सकता है। इसलिए, उचित सोच विचार के साथ फलों का उपभोग करना अच्छा होता है।

समाप्ति में, ध्यान रखें कि अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर सोचसमझकर फलों का सही समय में सही मात्रा में खाना है। इससे मधुमेह के रोगियों की सेहत और जीवन गुणवत्ता दोनों बनी रहेगी।

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