डायबिटिक शुगर क्यों होता है?
डायबिटिक शुगर व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का सही ढंग से उत्पादन न होने या उसके प्रयोग में गड़बड़ी के कारण होता है। इस समस्या का मुख्य कारण आहार और जीवनशैली में अनियमितता होती है।
पहला कारण है अत्यधिक मिठाई और अवसादी भोजन का सेवन, जिससे शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। दुसरा कारण है ज्यादा वजन और ओबेसिटी, जिससे इंसुलिन का सही उत्पादन कम हो जाता है।
उचित व्यायाम न करना भी डायबिटिक शुगर का कारण बन सकता है। व्यायाम से शरीर का शुगर स्तर नियंत्रित रहता है और इंसुलिन का अच्छी तरah से उत्पादन होता है।
भारतीय जीवनशैली में तनाव और अव्यवस्थित नींद भी शुगर का मुख्य कारण हो सकते हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए उचित आहार, सेहतमंद जीवनशैली और प्राथमिक चिकित्सा की देखभाल करनी चाहिए।
डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसमें शरीर का ब्लड शुगर स्तर असामान्य रूप से उच्च हो सकता है। जब शरीर में शुगर का संतुलन बिगड़ जाता है, तो इसे हाईपरग्लाइसीमिया कहा जाता है। यह स्थिति अत्यधिक खतरनाक हो सकती है और अनेक समस्याओं को जन्म दे सकती है। इसलिए, शुगर लेवल को संतुलित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
शुगर ज्यादा होने के कारण
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अनुचित आहार: अधिक तेल, अन्य रसायन, और अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार का सेवन करने से शरीर के रक्त में शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
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कम या असंतुलित व्यायाम: यदि आपका शारीरिक गतिविधि का स्तर कम है या यदि आप व्यायाम नहीं करते हैं, तो इससे शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
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अत्यधिक तनाव: तनाव और चिंता के कारण शरीर अधिक ग्लूकोज उत्पन्न कर सकता है, जिससे शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
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अन्य रोगों का संक्रमण: कई अन्य रोग भी शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि थायराइड, लिवर, और किडनी की समस्याएं।
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दवाओं का अत्यधिक सेवन: कई दवाओं का अत्यधिक सेवन भी शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है, जैसे कि स्टेरॉयड्स, कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स, और थायराइड दवाएं।
उपाय
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अपने आहार में मिठाई, तला हुआ और तेल वाले भोजन को कम करने का प्रयास करें। स्वस्थ आहार शुगर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है।
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विशेषज्ञ डॉक्टर से नियमित जाँच करवाएं और दिए गए दवाओं का सही तरीके से सेवन करें। उन्हीं के सुझाए गए इलाज को निभाने से शुगर कम होने के जोखिम को कम किया जा सकता है।
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अपने लाइफस्टाइल में सकारात्मक बदलाव लाएं और तनाव को कम करने के लिए प्राथमिकता दें। चिंता और तनाव भी शुगर को बढ़ावा दे सकते हैं।
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व्यायाम का संतुलन: व्यायाम नियमित रूप से करें, लेकिन अत्यधिक शारीरिक गतिविधि से बचें। व्यायाम के पहले और बाद में शुगर लेवल की जांच करें। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम का समय निकालें। यह शरीर को सक्रिय रखने के साथ-साथ शुगर के स्तर को भी सामान्य रखने में मददगार साबित हो सकता है।
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शराब से परहेज: शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह बंद करें।
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नियमित शुगर लेवल की जांच: ब्लड शुगर लेवल नियमित रूप से जांचते रहें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार चलें।
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आपातकालीन चिकित्सा किट: हमेशा अपने पास ग्लूकोज टैबलेट्स या शुगर सप्लीमेंट रखें ताकि हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति में तुरंत उपाय कर सकें।
सारांश
डायबिटिस एक गंभीर समस्या है जिसे उत्पन्न करने वाले कई कारण हो सकते हैं।
यदि आपकी डाइट में ज्यादा प्रकार की मिठाईयां और चिप्स शामिल हैं, तो शुगर लेवल बढ़ने के आसान कारण हो सकती हैं।
अतिरिक्त उपाय के रूप में, नियमित व्यायाम भी शुगर को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है। योग और ध्यान भी आपके भारी डायबिटिक के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
आपकी जीवनशैली में ये सभी बदलाव जरूरी हैं ताकि आप डायबिटिस के जोखिम को कम करें और स्वस्थ रहें। उपरोक्त उपायों को अपनाकर, आप अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं और डायबिटिक शुगर समस्या का सामना करने में मदद कर सकते हैं।
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