अनार का जूस और मधुमेह, अनार जूस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स, अनार जूस के फायदे और नुकसान, मधुमेह के रोगी कितना अनार जूस पी सकते हैं

क्या मधुमेह के मरिज अनार का रस पी सकते हैं?

Written by

Team Diabesmart

Medically Reviewed
Surabhi KS

Nutritionist | Diabetes Educator

अनार के रस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स विश्लेषण करने से यह पता चलता है कि यह एक सुगंधित और पोषण से भरपूर पदार्थ है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स का अंक जीवन में मधु और ग्लूकोज के स्तर को मापने के लिए उपयोग किया जाता है।

अनार का रस अच्छा पोषण प्रदान करता है और मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें मोजबानी, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इसे एक उत्तम विकल्प बनाते हैं।

अध्ययन द्वारा प्रकट हुआ है कि अनार के रस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स माध्यम से है, जिससे व्यक्ति के रक्त शर्करा स्तर को स्थिर रखने में मदद मिल सकती है। इसका नियमित सेवन करने से मधुमेह के प्रबंधन में सुधार हो सकता है।

अनार जूस को मात्रातमक और सही ढंग से सेवन करने से व्यक्ति उसके अभिकारक फायदे उठा सकता है और इसकी विशेषताएँ स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त हो सकती हैं।

अनार (Pomegranate) का पोषण चार्ट

अनार एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है, जिसमें कई पोषक तत्व होते हैं। यहाँ प्रति 100 ग्राम अनार का पोषण चार्ट दिया गया है:

पोषक तत्व

मात्रा

कैलोरी

83 किलोकैलोरी

कुल वसा

1.17 ग्राम

- संतृप्त वसा

0.12 ग्राम

- बहुअसंतृप्त वसा

0.07 ग्राम

- एकलअसंतृप्त वसा

0.07 ग्राम

कोलेस्ट्रॉल

0 मिलीग्राम

सोडियम

3 मिलीग्राम

पोटैशियम

236 मिलीग्राम

कुल कार्बोहाइड्रेट

18.7 ग्राम

- आहार फाइबर

4 ग्राम

- शर्करा

13.67 ग्राम

प्रोटीन

1.67 ग्राम

विटामिन C

10.2 मिलीग्राम

कैल्शियम

10 मिलीग्राम

आयरन

0.3 मिलीग्राम

अनार जूस के फायदे

अनार जूस का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह के फायदे पहुंचाता है। अनार जूस में विटामिन С, एवंटिऑक्सीडेंट्स तथा फाइबर जैसे मुख्य पोषक घटक होते हैं, जो हमारे शरीर को मजबूत रखने में मदद करते हैं।

  1. एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा: अनार जूस में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जैसे कि पॉलिफेनॉल्स, जो शरीर में सूजन को कम करने और कोशिकाओं की रक्षा करने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं।

  2. हृदय स्वास्थ्य: अनार जूस का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है। यह रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। हृदय स्वास्थ्य में सुधार डायबिटीज रोगियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें हृदय रोग का उच्च जोखिम होता है।

  3. रक्त शर्करा नियंत्रण: कुछ शोध बताते हैं कि अनार जूस रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद नैचुरल शुगर और एंटीऑक्सीडेंट्स रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में सहायक होते हैं।

  4. इंसुलिन संवेदनशीलता: अनार जूस का सेवन इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज की प्रोसेसिंग बेहतर होती है। यह विशेष रूप से टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।

  5. सूजन कम करना: डायबिटीज के रोगियों में अक्सर सूजन की समस्या होती है। अनार जूस के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे शरीर के विभिन्न अंगों को फायदा होता है।

  6. मेटाबॉलिक स्वास्थ्य: अनार जूस का सेवन मेटाबॉलिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है, जिससे शरीर की ऊर्जा स्तर और सामान्य स्वास्थ्य में सुधार होता है।

    अनार जूस के नुकसान

  1. प्राकृतिक शर्करा की उच्च मात्रा: अनार जूस में प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है। यह शर्करा तेजी से रक्त में अवशोषित हो सकती है और रक्त शर्करा स्तर को बढ़ा सकती है, जो मधुमेह के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।

  2. ग्लाइसेमिक लोड: अनार जूस का ग्लाइसेमिक लोड (GL) मध्यम होता है, जो कि रक्त शर्करा स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है। इससे रक्त शर्करा नियंत्रण में कठिनाई हो सकती है।

  3. फाइबर की कमी: पूरा अनार खाने से जो फाइबर मिलता है, वह जूस में नहीं रहता। फाइबर रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। फाइबर की कमी से रक्त शर्करा स्तर जल्दी बढ़ सकता है।

  4. कैलोरी का उच्च सेवन: अनार जूस पीने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जा सकती है। डायबिटीज के रोगियों के लिए कैलोरी का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है ताकि वजन नियंत्रण में रहे और रक्त शर्करा स्तर संतुलित रहे।

  5. इंसुलिन प्रतिक्रिया: अनार जूस का सेवन करने से इंसुलिन प्रतिक्रिया तेज हो सकती है, जिससे शरीर में इंसुलिन की अधिकता हो सकती है और रक्त शर्करा स्तर अचानक गिर सकता है।

  6. स्ट्रिक्ट पोर्शन कंट्रोल की आवश्यकता: अनार जूस का सेवन करते समय सख्त पोर्शन कंट्रोल की आवश्यकता होती है। इसकी अधिक मात्रा लेने से रक्त शर्करा में अचानक वृद्धि हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

  7. अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: यदि किसी मधुमेह रोगी को किडनी की समस्या या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो अनार जूस का सेवन उनके लिए और भी जोखिम भरा हो सकता है।

  8. प्रोसेस्ड जूस के अतिरिक्त नुकसान: बाजार में मिलने वाले प्रोसेस्ड अनार जूस में अक्सर अतिरिक्त शर्करा और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो मधुमेह के रोगियों के लिए और भी हानिकारक हो सकते हैं।

अनार जूस का सही मात्रा में सेवन कैसे करें

  • मात्रा: अनार जूस का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में जूस पीने से रक्त शर्करा स्तर बढ़ सकता है।

  • बिना शक्कर का जूस: हमेशा बिना शक्कर का अनार जूस चुनें। अतिरिक्त शक्कर युक्त जूस रक्त शर्करा स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है।

  • डॉक्टर की सलाह: किसी भी नए आहार को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या डाइटिशियन से परामर्श अवश्य करें।

अनार जूस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स निम्न होता है, इसलिए मधुमेह के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं, मगर सही मात्रा में। एक संतुलित डाइट प्लान में अनार जूस की मात्रा को ध्यानपूर्वक शामिल करना चाहिए। हालांकि, अनार जूस के अधिक सेवन से पेट में गैस, एसिडिटी, और अन्य आंत्रिक समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, अधिक मात्रा में अनार जूस पीने से बचना उत्तम रहेगा।

समग्र रूप से, अनार जूस के सेवन में सावधानी बरतना चाहिए। सही मात्रा में इसका उपभोग करने से हमें उत्तम फायदा हो सकता है, जबकि अत्यधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है।अनार जूस का सही मात्रा में सेवन करना महत्वपूर्ण है ताकि हमें इसके सभी फायदे हासिल हो सकें। एक व्यक्ति को रोजाना 100-200 मिलीलीटर अनार जूस का सेवन करना चाहिए। शुरुआत में धीरे-धीरे जूस की मात्रा बढ़ा सकते हैं, लेकिन हर किसी के लिए यह अलग हो सकता है।

अनार जूस को सुबह खाली पेट पीना भी बहुत फायदेमंद होता है। ऐसा करके, आपके शरीर में खुलकर पोषक तत्व जाते हैं और आपको अधिक लाभ होता है। यदि आप मधुमेह के मरीज हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही अनार जूस की मात्रा तय करें।

निष्कर्ष

इस अनुच्छेद में हमने भारतीय अनार जूस के मधुमेह के मरीजों पर प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया है। हमारा एक प्रमुख ध्यानस्थल यह रहा कि अनार जूस में पाए जाने वाले पोषक तत्व एंटीऑक्सीडेंट्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं।

इस अध्ययन में हमने देखा कि अनार जूस के glycemic index की मात्रा मधुमेह के इलाज में उपयोगी हो सकती है। अनार जूस की सामग्री में मौजूद विटामिन सी और कैल्शियम के फायदे भी हैं जो मधुमेह के रोगी के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

अनार जूस के सही मात्रा में सेवन का विशेष महत्व है। अधिक मात्रा में अनार जूस का सेवन करने से नुकसान का खतरा हो सकता है, जैसे वजन में वृद्धि, चक्कर आना और पेट की समस्याएँ।

यह अध्ययन स्पष्ट संकेत देता है कि अनार जूस के सही मात्रा में सेवन से मधुमेह के प्रबंधन में सुधार हो सकता है, हालांकि किसी भी नए उपाय की शुरुआत से पहले डॉक्टर से परामर्श करना अच्छी विचारशीलता होगी।

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